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ऋण मोचन मंगल स्तोत्र क्या है?

ऋण मोचन मंगल स्तोत्र एक विशेष धार्मिक और ज्योतिषीय स्तोत्र है, जो विशेष रूप से ऋणों से मुक्ति प्राप्त करने और वित्तीय स्थिति को सुधारने के लिए किया जाता है। यह स्तोत्र भगवान मंगल (मंगल ग्रह) की उपासना के लिए है, जो हिंदू ज्योतिष में शक्ति, समृद्धि, और आर्थिक स्थिरता का प्रतीक माना जाता है। ऋण मोचन मंगल स्तोत्र का पाठ करने से ऋणों का भार कम होता है, आर्थिक स्थिति में सुधार होता है, और समृद्धि की प्राप्ति होती है।

ऋण मोचन मंगल स्तोत्र का महत्व

ऋण मोचन मंगल स्तोत्र का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है, और यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो आर्थिक समस्याओं का सामना कर रहे हैं। यह स्तोत्र निम्नलिखित लाभ प्रदान करता है:

  • ऋण मुक्ति: यह स्तोत्र ऋणों से मुक्ति दिलाने में सहायक होता है और वित्तीय समस्याओं को दूर करता है।
  • आर्थिक स्थिरता: स्तोत्र का पाठ आर्थिक स्थिति को सुधारता है और समृद्धि लाने में मदद करता है।
  • मंगल ग्रह की कृपा: भगवान मंगल की उपासना से व्यक्ति को मंगल ग्रह के शुभ प्रभावों का लाभ मिलता है, जो जीवन में सफलता और समृद्धि लाता है।
  • स्वास्थ्य और समृद्धि: यह स्तोत्र स्वास्थ्य में सुधार और समृद्धि को बढ़ावा देने में भी सहायक होता है।

ऋण मोचन मंगल स्तोत्र

ऋण मोचन मंगल स्तोत्र निम्नलिखित श्लोकों का संग्रह है:

  1. श्लोक 1:
    “ॐ अंगारकाय नमः, मंगलाय नमः।”
  2. श्लोक 2:
    “शिवः करों मणदानी जयति जप मुण्डनि।”
  3. श्लोक 3:
    “मंगलाय च शुभाय च धनधान्य रसोत्तम।”
  4. श्लोक 4:
    “धनं सम्पदं आयुरारोग्यं च मंगलप्रणाम।”
  5. श्लोक 5:
    “रोगदोषश्च संकटानां विघ्नांश्च समनय।”
  6. श्लोक 6:
    “द्रव्यं समृद्धिमैश्वर्यं प्राप्नोति सदा विना।”
  7. श्लोक 7:
    “सर्वशुभं सदाशिवं, मंगलं चा समर्पित।”
  8. श्लोक 8:
    “आयुरारोग्यं धनं च तु मंगल सदा यथा।”

ऋण मोचन मंगल स्तोत्र पाठ की विधि

ऋण मोचन मंगल स्तोत्र पाठ को सही तरीके से संपन्न करने के लिए निम्नलिखित विधियों का पालन करें:

  1. स्थान और शुद्धि: एक पवित्र और शांत स्थान पर बैठें। स्वयं और स्थान की शुद्धि के लिए स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें।
  2. मंगल ग्रह की पूजा: भगवान मंगल की पूजा करें। उन्हें लाल फूल, दीपक, और मिठाई अर्पित करें।
  3. स्तोत्र का पाठ: ऋण मोचन मंगल स्तोत्र को ध्यानपूर्वक पढ़ें या सुनें। प्रत्येक श्लोक को सही उच्चारण के साथ पढ़ें और श्रद्धा पूर्वक जाप करें।
  4. मंत्र जाप: साथ में “ॐ अंगारकाय नमः” और “ॐ मंगलाय नमः” मंत्र का जाप करें। यह मंत्र भगवान मंगल की कृपा प्राप्त करने में सहायक होता है।
  5. दान और सेवा: पाठ के बाद गरीबों और ब्राह्मणों को दान दें और उनके साथ भोजन करें। यह भगवान मंगल की कृपा को बढ़ाता है और समृद्धि लाने में सहायक होता है।

ऋण मोचन मंगल स्तोत्र के लाभ

ऋण मोचन मंगल स्तोत्र के कई लाभ हैं, जिनमें प्रमुख हैं:

  • ऋणों से मुक्ति: यह स्तोत्र ऋणों के बोझ को कम करता है और वित्तीय समस्याओं से राहत प्रदान करता है।
  • आर्थिक समृद्धि: इस स्तोत्र का पाठ वित्तीय समृद्धि और आर्थिक स्थिरता को बढ़ावा देता है।
  • स्वास्थ्य और समृद्धि: यह स्तोत्र स्वास्थ्य में सुधार और समृद्धि को बढ़ावा देता है।
  • मंगल ग्रह की कृपा: भगवान मंगल की कृपा से जीवन में सफलता और खुशहाली आती है।

निष्कर्ष

ऋण मोचन मंगल स्तोत्र पाठ एक प्रभावशाली और लाभकारी अनुष्ठान है, जो ऋणों से मुक्ति प्राप्त करने और वित्तीय स्थिति को सुधारने में सहायक होता है। यदि आप अपने जीवन में आर्थिक समस्याओं का सामना कर रहे हैं और समृद्धि की प्राप्ति चाहते हैं, तो इस स्तोत्र का पाठ करें। भगवान मंगल की कृपा से आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे और आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। किसी योग्य पंडित जी की सहायता से इस स्तोत्र का पाठ सही विधि से संपन्न करें और भगवान मंगल की कृपा प्राप्त करें।

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